IPC 341 in Hindi –  आईपीसी की धारा 341 क्या है। पूरी जानकारी

आज हम आपको बताने जा रहे है की आइपीसी धारा 341 क्या है (IPC 341  in Hindi) , इसके बारे में जानना हमारे लिए बहुत जरूरी है तो हम आपको बताएंगे कि आइपीसी की धारा 341 क्या कहती है (what does IPC 341 says in Hindi) और इसके बारे में ओर भी बहुत कुछ बताएंगे।

इस आर्टिकल के तहत हम आपके यह बताएंगे कि इस धारा के बारे में जानना क्यों ज़रूरी है बहुत ही आसान भाषा में, इस धारा की क्या खास बात है, इस धारा में कैसे सजा और जमानत होती है (IPC 141 in Hindi) सब कुछ विस्तार से बताया जाएगा आपको, तो यह आर्टिकल पूरा ध्यान से पढ़ना है।

IPC 341 in Hindi

आजकल क्या होता है की कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति की तरक्की नहीं देख सकता, अपने से ज्यादा ऊंचे पद पर नहीं देख सकता तो वो किसी ना किसी तरीके से उस व्यक्ति की तरक्की को रोकने की कोशिश करता है तो इस धारा में हम आपको ऐसे ही कुछ चीजों के बारे में जानकारी देने की कोशिश करेंगे।

धारा 341 क्या होती है (What is IPC Section 141 in Hindi)

भारतीय दंड संहिता की धारा 341 में यह बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को कुछ कार्य करने से गलत तरीके से रोकता है तो उसे एक महीने की कारावास और 500 का जुर्माना लगाया जाता है या फिर दोनों ही से दंडित किया जा सकता है।

यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को गलत तरीके से रोकेगा, अवरोध करेगा। उस पर इस धारा के तहत पुलिस में शिकायत दर्ज की जा सकती है। यह एक संज्ञेय अपराध है, इसलिए पुलिस इस पर संज्ञान लेकर आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर सकती है

और इसी धारा के ज़मानती होने पर जमानत मिल सकती है और आरोपी के दोषी सबित होने पर एक महीने की सजा और जुर्माना या फिर दोनों से दंडित किया जा सकता है।

यह एक जमानती, संज्ञेय अपराध है और किसी भी मॅजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है। यह अपराध पीड़ित व्यक्ति (जिसे ग़लत तरीके से नियंत्रित किया हो) द्वारा समझौता करने योग्य नहीं है।

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 Exa:-  इस धारा को हम आपको एक वास्तव उदाहरण के माध्यम से समझाने की कोशिश करेंगे:- IPC की धारा 341 का मामला जो बहुत ही सुर्खियों में रहा। पणजी, 2013 गोवा में थिंक फेस्ट केे दौरान एक फाइव स्टार की होटल के लिफ्ट में तरुण तेजपाल ने अपने सहकर्मी के साथ योन उत्पीड़न किया था।

इसके बाद महिला कर्मचारी ने अपने सीनियर्स को इस घटना के बारे में बताया और मीडिया में पीड़िता, तेजपाल और तहलका की तत्कालीन मैनेजिंग एडिटर शोमा चौधरी के बीच बातचीत की ईमेल भी पब्लिश हुईं थी।

उसी मामले में 20 सितंबर 2017, उत्तरी गोवा में मापुसा स्थिति कोर्ट ने तहलका के पुर्व प्रधान संपादक तरुण तेजपाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376, 341, 342, 354A, 354B के तहत आरोप तय कर दिए।

वैसे, तरुण तेजपाल ने अपने खिलाफ निचली अदालत में चल रहे मुकदमे पर रोक लगाने की मांग को बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील की थी। उन्होंने निचली अदालत में आरोप तय किए जाने पर रोक की भी मांग की थी पर कोर्ट ने उनकी मांग को खारिज कर दिया था।

आईपीसी की धारा 341 में सजा का प्रावधान (Punishment in Section 341 of IPC)

भारतीय दंड संहिता की धारा 341 के अनुसार इस अपराध में आरोपी को एक महीने की कारावास और 500 का जुर्माना लगाया जाता है या फिर दोनों से ही उस आरोपी को दंडित किया जा सकता है। यह एक गैर कानूनी काम जो किसी भी मैजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।

 Note:   दोस्तों एक बात ओर आपको धेयान में रखना है की अगर आपने किसी काम को गलत तरीके से रोकने का कोसिस किएं है तो IPC Section 341 लगता है लेकिन अगर आपने लड़ाई वगेरा कुछ किया तो आपके ऊपर दूसरा IPC की section अप्लाई होगी तो ये भी बात धेयान में रखना है।

आईपीसी की धारा 134 में जमानत का प्रावधान

भारतीय दंड संहिता की धारा के अंतर्गत यह एक संज्ञेय अपराध है जो पीड़ित व्यक्ति द्वारा समझौता करने योग्य नहीं हैं, पर इसकी भारतीय दंड संहिता में जमानत बताई गई है तो इसकी जमानत तुरंत ही मिल जा सकता है। दोस्तों एक बात ओर आपको बताना चाहती हूँ की इसमें आपको जमानत में देरी भी हो सकती है.

अगर आपने जाएदा अपराध किया हो तो या फिर आप अपराध होकर फिर वही काम कर रहें हैं तो लेकिन इसमें जमानत जलधि हो जाती है अगर आपने काबुल किया की अब से ये अपराध नहीं करेंगे यानी की किसी के काम में अड़ंगा नहीं बनेंगे तो खेर अब आपको समझ आ गया होगा की जमानत की प्रवधान किया है।

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हम आशा करते है कि यह आर्टिकल से आपको समझ आ गया होगा की आईपीसी की धारा 341 क्या होती है (IPC 341 in Hindi) यह धारा काफी छोटी है. लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। हमने आपको इस आर्टिकल में बताया की इस धारा में क्या होता है, कैसे सज़ा होती है, क्या जमानत के प्रावधान है

वो भी बहुत ही आसान भाषा में, भले ही हम कानून की पढ़ाई नहीं कर रहे है लेकिन हमारा इन सब बातों के बारे में मालूम होना चाहिए ताकी जब कभी काम पड़े तो हम सही निर्णय ले सकें, अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया है तो अपने साथियों के साथ जरूर शेयर करें।

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