Section CRPC 133 in Hindi – सीआरपीसी धारा 133 क्या है पुरी जानकारी

दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि सीआरपीसी धारा 133 क्या होती है (What is section Crpc 133 in Hindi), इस धारा में क्या बताया गया है। कैसे सीआरपीसी की धारा लागू होती है। सीआरपीसी की धारा 133 क्या कहती है (What does section Crpc 145 says in Hindi), सब कुछ विस्तार से जानेंगे इसलिए आप ये आर्टिकल लास्ट तक पढ़ते रहना।

अक्सर हम देखते है कि गांव या शहर में गलियों में लोग रास्ता रोकने की कोशिश करते या रास्ते में अगर उनके पास कुछ जानवर, गाय या बकरी कुछ है तो उसे रास्ते में बांध देते जिससे आने जाने लोग को परेशानी होती है कभी कभी तो जाम लग जाता है, पर वह ध्यान नहीं देते और उन्हे हटाते भी नहीं, फ़िर चाहे राह चलते लोगों को कितनी ही परेशानी क्यूं ना हो रहीं हो।

Section CRPC 133 in Hindi

आज हम ऐसे ही एक सीआरपीसी की धारा के बारे में जानेंगे और देखेंगे की कैसे यह धारा लागू होती है किस तरह इस धारा में फैसला लिया जाता है, कैसे इसमें मैजिस्ट्रेट आदेश पेश करते हैं तो आपको यह आर्टिकल अन्त तक पढ़ना है। इसके बाद आपको सारा कुछ अच्छे से समझ में आ जायेगा।

सीआरपीसी की धारा 133 क्या है (What is Section CRPC 133 in Hindi)

दंड प्रक्रिया संहिता कि धारा 133 के अनुसार: कोई न्यूसेन्स हटाने के लिए आदेश निम्नलिखित प्रकार से है जिसे में आपको एक कक चीज अच्छे से बताऊंगा।

जब कभी किसी जिला मजिस्ट्रेट या राज्य सरकार द्वारा किसी बलवान विशेष रूप से वो व्यक्ति जो नाममात्र के लिए काम कर रहा हो जबकि उसे कार्य की प्रेरणा देने वाला कोई ओर है, किसी अन्य कार्यपालक मजिस्ट्रेट का, किसी पुलिस अधिकारी से रिपोर्ट या अन्य स्रोत से प्राप्त होने पर और ऐसा गवाही (यदि कोई हो) लेने पर, जैसा वह ठीक समझे, यह विचार है कि –

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 1  किसी लोक स्थान या किसी मार्ग, नदी  से, जो जनता द्वारा विधिपूर्वक उपयोग में लाई जाती है या लाई जा सकती है , कोई  बाधा या न्यूसेन्स हटाया जाना चाहिए,

 2  किसी व्यापार या आर्थिक साधन को चलाना या किस माल या  वस्तु को रखना समाज के स्वास्थ्य या शारीरिक सुख के लिए हानिकारक है और परिणामस्वरूप ऐसा व्यापार या आर्थिक साधन जिसे काम करने से रोका गया हो या बंद किया जाना चाहिए या ऐसा माल या  वस्तु हटा दी जानी चाहिए या उसको रखना बंद किया जाना चाहिए,

 3  किसी भवन का निर्माण या किसी पदार्थ का उपयोग, जिससे संभावना है कि आग लग सकती है या विस्फोट हो जाए, रोक दिया या बंद कर दिया जाना चाहिए, 

 4  कोई भवन,या कोई वृक्ष ऐसी दशा में है कि वह गिर जाए और आस पास रहने वाले लोग या कारोबार करने वाले या पास से गुजरने वाले व्यक्तियों को उससे हानि हो, और परिणामस्वरूप ऐसे भवन, तम्बू  को हटाना, या उसकी मरम्मत करना या उसमें रोक लगाना, या ऐसे वृक्ष को हटाना या उसमें रोक लगाना आवश्यक है, 

 5  किसी मार्ग या लोक स्थान के किसी तालाब, कूएं  को इस प्रकार से बाड़ लगा दी जानी चाहिए कि जनता को होने वाले खतरे से छुटकारा मिल सके,

 6  किसी भयानक जीवजन्तु को नष्ट, मार या उसका अन्यथा व्ययन किया जाना चाहिए,

✻ तब  मजिस्ट्रेट ऐसी बाधा या परेशानी पैदा करने वाले या ऐसा व्यापार आर्थिक साधन चलाने वाले या किसी ऐसे माल या  वस्तु को रखने वाले या ऐसे भवन, तम्बू, पदार्थ, तालाब, कूएं  का स्वामित्व (सरकारी कब्जा) या कब्जा या नियंत्रण रखने वाले या ऐसे जीवजन्तु या वृक्ष का कब्जा रखने वाले व्यक्ति से यह उम्मीद करते हुए सख्त आदेश दे सकता है कि उतने समय के अंदर, जितना उस आदेश में बताया गया है, वह –

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 1  ऐसी बाधा या वस्तु या भवन को हटा दे जो अड़चन पैदा करती हो,

 2  ऐसा व्यापार या आर्थिक साधन चलाना छोड़ दे या उसे ऐसी रीति से बंद कर दे जैसा आदेश  की जाए अथवा ऐसे माल या  वस्तु को हटाए या उसका रखना ऐसी रीति से बंद करदे जैसा आदेश की जाए, 

 3  ऐसे भवन का निर्माण रोके या बंद करे, या ऐसे पदार्थ के उपयोग में परिवर्तन करे, अथवा ऐसे भवन, तम्बू  को हटाए, उसकी मरम्मत कराए या उसमें बदलाव लाए अथवा ऐसे वृक्षों को हटाए या उन्हे अलग जगह लगाए,

 4  ऐसे तालाब, कूएं को ऐसी जगह बनाए जहां मानव हानि ना हो, ऐसे भयानक जीवजंतु को उस रीति से नष्ट करे,  या उसका अध्ययन करे, जो उस आदेश में बताया गया है,

अगर यदि कोई ऐसा करने में आपत्ति करता है तो वह स्वयं उसके समक्ष या उसकी जानकारी से किसी अन्य कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष उस समय और स्थान पर जो उस आदेश द्वारा नियत किया जाएगा, हाजिर हो और इसमें इसके बाद उसके हिसाब से  कारण दर्शित करे कि उस आदेश को अंतिम न कर दिया जाए।

मजिस्ट्रेट द्वारा इस धारा के अधीन पूर्ण रूप से दिए गए किसी भी आदेश को किसी सिविल न्यायालय में प्रश्नगत नहीं किया जाएगा।

 Example:  विजय के पड़ोसी है जिनका व्यवसाय बकरी पालन व मीट की दुकानें है, समस्या यह है कि ये बकरियों को घर और घर के बाहर गली के बीच में खुले में बांधते हैं। पूरा रास्ता रोक देते हैं। गली में कोई साधन बड़ी मुश्किल से निकल पाता है। कई बार ये बकरियाँ लोगों के घरों में चली जाती है नुकसान पहुँचाती हैं। गली में सड़क पर इन के कारण गंदगी बनी रहती है। जब विजय शिकायत डिविजनल मजिस्ट्रेट को करता है तब मैजिस्ट्रेट दोनों पक्षों की सुनवाई कर सब कुछ हटाने का आदेश देते है।

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इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि सीआरपीसी धारा 133 क्या होती है (What is section Crpc 133 in Hindi) कैसे सीआरपीसी की धारा 133 लागू होती है, कैसे मैजिस्ट्रेट आदेश सुनते हैं, कैसे मामलों में सीआरपीसी धारा 133 लागू होती है, किस तरह का अपराध करने पर यह धारा लागू होती है। सब कुछ मैंने आपको पूरी जानकारी दिया है ताकि आपको हर चीज के बारे में अच्छे से समझमे आये।

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